
गढ़वा : समाहरनालय सभागार में उप विकास आयुक्त राजेश कुमार राय की अध्यक्षता में बाल विवाह और महिलाओं तथा बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने को लेकर जागरूकता व उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त ने कहा गया कि बाल विवाह और महिलाओं तथा बच्चों के खिलाफ तरह-तरह के हिंसा प्रताड़ना आज भी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। , जो एक बहुत ही संवेदनशील मामला है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह एक सामाजिक कुरीति है, जिसके कई कारण है और बाल विवाह होने पर कई विषम परिस्थितियां उत्पन्न होती है। जिसका प्रभाव बच्चे, परिवार और समाज पर पड़ता है।
उन्होंने आगे कहा कि ऐसी कई कुप्रथाएं है जिसका समाधान अकेले कोई नहीं कर सकता है बल्कि हम सभी समाज के लोगों को मिलकर इसे समाप्त करने की आवश्यकता है। उक्त कार्यक्रम में उपस्थित जिला समाज कल्याण पदाधिकारी पूर्णिया कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि बाल विवाह की रोकथाम हेतु सरकार की कई योजनाएं हैं जिसमें से सावित्रीबाई फुले , किशोरी संवृद्धि योजना भी एक योजना है। जो बच्चियों के लिए वरदान है। उनकी शिक्षा को आगे बढ़ाए जाने में सहयोग प्रदान करता है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा बच्चियों को इस योजना से जोड़ने की आवश्यकता है। बाल विवाह से संबंधित मास्टर ट्रेनर के रूप में कुमार शुभम, एक्स एल एस एस यूनिसेफ गढ़वा के द्वारा पीपीटी के माध्यम से बाल विवाह से संबंधित कानून एवं इससे होने वाले फायदा और नुकसान के बारे में भी बताया गया। कार्यक्रम का संचालन जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अशोक नायक ने किया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से संरक्षण अधिकारी संस्थागत देखरेख विधि एवं परिवीक्षा पदाधिकारी, कार्यक्रम प्रबंधक जेएसएलपीएस, क्षेत्रीय समन्वयक एकजुट संस्थान गढ़वा, जिला विधिक सेवा प्राधिकार गढ़वा के सभी पीएलवी एवं अन्य स्वयंसेवी संस्थान के प्रतिनिधि मौजूद थे।