
:: 20 साल बाद पहली बार आदिवासी-मूलवासी की सरकार बनी है।
:: 1932 का खतियान हमारी पहचान : विधायक सुदीबय कुमार
:: 1932 खतियान पार्टी का एजेंडा है : मथुरा प्रसाद महतो
धनबाद : झारखंड के जल जंगल और जमीन की पार्टी कहे जाने वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा आज अपना अस्तित्व और स्थापना दिवस गुरुजी शिबू सोरेन की उपस्थिति में वीर शहीदों की धरती कहे जाने वाले धनबाद गोल्फ ग्राउंड में अपना 51 वा स्थापना दिवस मनाया। आज के इस स्थापना दिवस में पूरे प्रदेश से झारखंड मुक्ति मोर्चा हजारों कार्यकर्ता एवं शीर्ष नेता पहुंचे थे। इस ऐतिहासिक क्षण में उन हजारों कार्यकर्ता एवं शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में सबसे बड़ी खुशी एवं अपने आप में एक पुरानी यादों को ताजा करने की सोच थी तो वह दिसम गुरु शिबू सोरेन में दिखी। स्थापना दिवस समारोह का मंच पूरी तरह सज-धज कर तैयार था। इसी बीच दोपहर बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक गुरु जी गुरु शिबू सोरेन एवं झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन मंच पर पधारे जहां उन्हें पहले से मौजूद झारखंड के विभिन्न जगहों से पहुंचे नेता एवं कार्यकर्ता ने फूल माला से उनका स्वागत किया । वहीं बड़े एवं छोटे सभी नेताओं ने गुरुजी का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद स्थापना दिवस का कार्यक्रम आरंभ हुआ। जहां प्रदेश के कई जगहों से पहुंचे झामुमो नेता एवं कई लोगों ने मंच से लोगों को संबोधित करते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्थापना एवं इसके निर्माण में कितनी यातनाएं झेलनी पड़ी सभी घटनाओं को पार्टी के नेताओं ने अपनी अपनी जानकारी के अनुसार उपस्थित लोगों के बीच साझा किया। कार्यक्रम के पूर्व टुंडी के विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने अध्यक्ष व संचालन मंडली की घोषणा की। सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 20 साल बाद पहली बार आदिवासी-मूलवासी की सरकार बनी है। आज जब झा मु मो की गठबंधन सरकार झारखंड को विकास की राह पर ले जाना चाहते हैं तो झारखंड के तीव्र विकास से विपक्षियों के पेट में दर्द हो रहा है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि संघर्ष और बलिदान झारखंडियों की किस्मत में ही लिखा हुआ है। आगे उन्होने पूर्व की घटनाओं को याद दिलाते हुए कहा कि जिस तरह गुरुजी को जीवन भर कोर्ट कचहरी का चक्कर कटवाया, जेल भिजवाया, आज फिर वही हो रहा है। जैसे गुरुजी लड़े, हम भी लड़ रहे हैं। हमारी मांगों को बराबर असंवैधानिक बताया जा रहा है। सरना धर्म कोड, 1932 खतियान लाया तो यूपी, बिहार के लोगों को पेट दर्द हो रहा है। कोर्ट जाने वाले 20 में से एक भाजपा नेता और 19 यूपी, बिहार के लोग हैं। सीएम हेमंत सोरेन ने अन्य राज्यों की तुलना करते हुए कहा कि कर्नाटक में भाजपा सरकार ने स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता दी तो वह संवैधानिक हो गया।
सीएम हेमंत सोरेन ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पिछली सरकार सरकारी कर्मियों का भी शोषण किया गया। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा सरकारी कर्मी धैर्य रखें, सरकार आपकी समस्या सुलझाएगी। पैरा शिक्षक, आंगनबाड़ी कर्मियों को सरकार ने हक दिया है। हमलोग कानून बनाते हैं तो लोग जश्न मनाते हैं।
सीएम ने आगे कहा कि उन्हें मालूम है कि सोरेन परिवार के रहते इनकी दाल नहीं चलेगी। आदिवासी मूलवासी की सरकार बने यह इन्हें मंजूर नहीं है। जब इन्होंने अपने लोगों को पांच साल नहीं चलने दिया तो हमें पांच साल रहने देंगे। झारखंडियों को बोका समझते हैं। हम व्यापारियों के प्रतिनिधि नहीं हैं। उन्होंने विपक्षियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनके लिए महंगाई पहले डायन लगती थी, अब भौजाई लगती है।
:: 1932 का खतियान हमारी पहचान : विधायक सुदीबय कुमार
कार्यक्रम के दौरान गिरिडीह के विधायक सुदिब्य कुमार सोनू ने कहा कि जो सपने पूरे नहीं हो पाए हैं, उन्हें हेमंत सरकार पूरा करेगी। 1932 का खतियान हमारी पहचान है। 1932 के पहले से जो हैं, वही झारखंडी है। इसे लड़कर लागू करेंगे। शक्तिनाथ महतो का संकल्प आज सच साबित हुआ। टुंडी के विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि जिस दिन से झामुमो की सरकार बनी, एनडीए इस सरकार को अस्थिर करने में लग गई। 1932 खतियान पार्टी का एजेंडा है। कल-कारखानों में मूलवासियों को नौकरी नहीं मिलती है। 75 प्रतिशत नौकरी निजी क्षेत्रों में देनी होगी। कोर्ट से भाजपा नेताओं ने खतियान को लागू करने से रोका। कोल कंपनियों ने विस्थापितों को नौकरी नहीं दी।
मंच की अध्यक्षता संयोजक मंडली के सदस्य कंसारी मंडल, नकुल महतो, धरणीधर मंडल, अलाउद्दीन अंसारी एवं सुखलाल मरांडी तथा संचालन पार्टी महासचिव विनोद पांडेय, अमितेश सहाय, अशोक मंडल एवं डॉ नीलम मिश्रा ने की। सभा में राज्यसभा सदस्य महुआ माजी, गिरिडीह के विधायक सुदिब्य कुमार सोनू, गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र महतो, , जिप सदस्य लक्ष्मी मुर्मू, मदन महतो, अपूर्व सरकार, बलराम महतो, जगदीश चौधरी, रमेश टुडू, पवन महतो, रतिलाल टुडू, युधेश्वर सिंह, मन्नू आलम, मुकेश सिन्हा, जग्गू महतो, भोला मंडल, हराधन महतो आदि मौजूद थे। कार्यक्रम के पूर्व ही झारखंड के कौने कौने से मंदर, ढोल, नगाड़ा, विभीन्न तरह के वाद्ययंत्र के साथ नाचते गाते हजारों महिला पुरूष पहुंचें थे। आज के समरोह में अन्य पार्टी के नेता झा मु मो में शामिल हुए