
बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शनिवार को नानजिंग नरसंहार की 77वीं बरसी पर कहा कि चीन और जापान के लोगों को द्वेष की भावना से ग्रसित नहीं होना चाहिए और इसे छोड़ देना चाहिए। पूर्वी शहर नानजिंग के एक स्मारक में आयोजित कार्यक्रम में जिनपिंग ने कहा, “इतिहास कभी भुलाया नहीं जा सकता, लेकिन भविष्य भी जरूरी है।” उन्होंने कहा कि दोनों देशों के लोग शांति चाहते हैं।
जिनपिंग ने कहा, “नानजिंग नरसंहार के पीड़ितों के लिए स्मारक बनाने का मुख्य कारण यह है कि अच्छे लोग शांति के लिए तरस रहे हैं। वह लंबे समय तक द्वेषपूर्ण नहीं रहना चाहते।” उन्होंने कहा कि चीन और जापान के लोगों को पीढ़ी दर पीढ़ी दोस्ती की भावना के साथ रहना चाहिए।
उन्होंने कहा, “इतिहास को भुलाना धोखा होगा, लेकिन एक अपराध को सहना भी अपराध को बढ़ावा देना है। हमें किसी के साथ इस वजह से नफरत नहीं करनी चाहिए, क्योंकि एक छोटी सी संख्या के लोगों ने युद्ध और आक्रमण किया।” इस दौरान करीब 10,000 लोगों ने एक मिनट का मौन रखकर मारे गए लोगों को श्रृद्धांजलि दी।
गौरतलब है कि 1937 में नानजिंग नरसंहार के दौरान जापानी सैनिकों ने लगभग 3,00,000 चीनी लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।