
एजेंसी : सौर ज्वालाओं की सटीक भविष्यवाणी को लेकर वैज्ञानिकों ने एक नया तरीका निकाला है। जिसको लेकर वैज्ञानिक अपने सूझ बूझ से काम लेते हुए सूरज के विभिन्न क्षेत्रों का अध्ययन कर रहे हैं। वैज्ञानिकों ने अब तक जो अध्ययन किया है उसके अनुसार अध्ययन कहा जा रहा है कि सूरज की निचली परतों (फोटोस्फीयर और क्रोमोस्फीयर) में सौर ज्वाला भड़कने वाले क्षेत्रों के ऊपर फुलझड़ियों के समान छोटे पैमाने पर चमक पैदा होती है। कहा जा रहा है कि इसी चमक के आधार पर सूरज के इस संकेत से वैज्ञानिकों को सौर ज्वाला के भड़कने की सटीक भविष्यवाणी में मदद मिलने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है। वैज्ञानिक अगर अपने इस नया तरीका में सफल हो जाते है तो अंतरिक्ष मौसम की भविष्यवाणियों में भी कुछ नया जानकारी प्राप्त करने में सफलता हासिल कर सकते हैं।